Rumored Buzz on hanuman chalisa
अस कहि श्रीपति कण्ठ लगावैं ॥१३॥ सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा ।kumatiKumatiIgnorance / poor intellect nivāra NivāraPurify / cleanse sumatiSumatiWise / good intelligence keKeOf sangīSangīCompanion / Good friend That means: Oh fantastic hero with valiant entire body as robust as Indra’s Vajra (Thunderbolt/weapon), the remover of negative intellect or ignorance or evil thoughts, oh the companion of The nice.
कुमति निवार सुमति के सङ्गी ॥३॥ कञ्चन बरन बिराज सुबेसा ।
भावार्थ – हे महाप्रभु हनुमान जी! संसार के जितने भी कठिन कार्य हैं वे सब आपकी कृपामात्र से सरल हो जाते हैं।
Inside your fingers, glow a mace along with a flag of righteousness. A sacred thread adorns Your appropriate shoulder.
भावार्थ – हे नाथ श्री हनुमान जी ! तुलसीदास सदा–सर्वदा के लिये श्री हरि (भगवान् श्री राम) के सेवक है। ऐसा समझकर आप उनके हृदय–भवन में निवास कीजिये।
श्री हनुमान जी की महिमा अनिर्वचनीय है। अतः वाणी के द्वारा उसका वर्णन करना सम्भव नहीं।
बिना श्री राम, लक्ष्मण एवं सीता जी के श्री हनुमान जी का स्थायी निवास सम्भव भी नहीं है। इन चारों को हृदय में बैठाने का तात्पर्य चारों पदार्थों को एक साथ प्राप्त करने का है। चारों पदार्थों से तात्पर्य ज्ञान (राम), विवेक (लक्ष्मण), शान्ति (सीता जी) एवं सत्संग (हनुमान जी) से है।
आजा कलयुग में लेके अवतार ओ गोविन्द: भजन
भावार्थ – आपके हाथ में वज्र (वज्र के समान कठोर गदा) और (धर्म का प्रतीक) ध्वजा विराजमान है तथा कंधे पर मूँज का जनेऊ सुशोभित है।
हनुमान चालीसा, लाभ, पढ़ने का सही समय, क्यों पढ़ें?
. Several people tales acclaim the virtues and supernatural powers of Hanuman. Recitation read more or chanting with the Hanuman Chalisa is a standard spiritual exercise among the folks throughout India.
क्या चलते-फिरते हनुमान चालीसा पढ़ सकते हैं?
कीजै नाथ हृदय महँ डेरा ॥४०॥ ॥दोहा॥ पवनतनय सङ्कट हरन मङ्गल मूरति रूप ।